
कानपुर देहात के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर में मार गिराया गया। इस मामले में जब मीडिया ने उसकी पत्नी रिचा दुबे (richa dubey) से बात करनी चाही तो हैरान करने वाला जवाब मिला। गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas dubey wife) की पत्नी ने पहले तो मीडिया को जमकर खरी-खोटी सुनाई। इसके साथ ही यह भी कहा कि मेरे पति को मारकर तुम सबने ठीक नहीं किया। अब मैं खुद चलाऊंगी बंदूक।
रिचा ने कहा कि मेरे पति को जिसने मरवाया है, जिसने मारा है…सब मरेंगे। ये सारी बाते रिचा दुबे ने शुक्रवार को भैरवघाट में विकास दुबे के अंतिम संस्कार के दौरान कही। अंतिम संस्कार के लिए जाते समय रिचा दुबे ने अपना पक्ष मीडिया के सामने अपना पक्ष रखने को कहा गया। इस दौरान वो काफी आक्रोशित हो गई और धमकी भी दी।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस के कहने के बावजूद विकास के अंतिम संस्कार में उसके माता-पिता ने शामिल होने से इंकार कर दिया। विकास के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद काफी देर तक पुलिस को शव का कोई दावेदार नहीं मिला। लेकिन शाम होते-होते शिवली से विकास का बहनोई दिनेश तिवारी पोस्टमार्टम वाली जगह पहुंचा, जिसके बाद पुलिस ने शव उसे सौंप दिया।
इसके बाद विकास के शव को सीधे भैरवघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह ले जाया गया। इस दौरान लखनऊ से विकास की पत्नी रिचा, बेटा, मामी और बिकरू से रिश्तेदारी की तीन अन्य महिलाएं भी वहां पहुंची। इस बीच जब मीडिया ने रिचा से आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के संबंध में सवाल किया तो वह भड़क गईं।
Richa Dubey wife of #VikasDubey is openly abusing Police and media persons.— Piyush (@ModifiedPiyush) July 10, 2020
According to her, his husband is martyred & the cop will have to pay for it in coming days.
Such confidence comes because of vulture politician accusing UP police & issuing statements in Dubey favour. pic.twitter.com/v6MyQYLsMP
उन्होंने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। वह कह रही थी कि तुम सबने मिलकर मेरे पति को मरवा दिया, जिसने जैसा किया है…उसको वैसा ही परिणाम भुगतना होगा। इस बीच एसपी पूर्वी राजकुमार ने पुलिसकर्मियों को उसे वहां से ले जाने के निर्देश दिए। करीब आधे घंटे में शव का अंतिम संस्कार कराने के बाद रिचा, बेटे व मामी के साथ तीन कारों से लखनऊ रवाना हो गई, जबकि तीन अन्य महिलाएं भी गांव के लिए निकल गईं।
बता दें कि शुक्रवार की सुबह उज्जैन से कानपुर लाते समय विकास को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया। एसटीएफ के मुताबिक, रास्ते में अचानक भैंसों का झुंड आने से गाड़ी पलट गई, जिसका फायदा उठाकर विकास ने एसओ की पिस्टल छीन ली और भागने लगा। जब पुलिस ने उसे रोका तो उसने फायर झोंक दिया। लेकिन पुलिस की जवाबी फायरिंग में वह ढेर हो गया। full-width
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