उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditya Nath) सरकार 19 मार्च 2021 को अपने 4 साल (4 Years of Yogi Aditya Nath Government) पूरे करने जा रही है. मार्च 2017 को जब योगी आदित्यनाथ ने यूपी की सत्ता संभाली तो प्रदेश में गुंडे और माफियाओं के लिए उनका संदेश साफ था कि वो या तो प्रदेश छोड़ दें या फिर अपराध. वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. सरकार के बीते चार सालों के कामकाज पर एबीपी-सी वोटर ने सर्वे किया किया है, जिसमे 71 फीसदी लोगों ने योगी को बेहतर मुख्यमंत्री माना है.
सर्वे के मुताबिक, लोगों ने योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि नौकरियां देना माना है. सवाल पर 28 फीसदी लोगों ने नई नौकरी, 12 फीसदी ने कोरोना महामारी के नियंत्रण, 16 फीसदी ने अपराध नियंत्रण और 16 फीसदी लोगों ने राम मंदिर को योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया. सर्वे के मुताबिक, अभी चुनाव हों तो योगी सरकार भारी बहुमत के साथ वापसी करती दिख रही है.
रोजगार देने में भी योगी अव्वल
सर्वे में सवाल किया गया कि आप रोजगार देने में किसे बेहतर मुख्यमंत्री मानते हैं? जवाब देने वालों में से 53 फीसदी ने इस मामले में योगी को, 21 फीसदी ने अखिलेश यादव को और 16 फीसदी ने मायावती को बेहतर मुख्यमंत्री बताया. योगीराज में क्या अपराध काबू में आया? इस सवाल पर 53 फीसदी लोगों ने हां, 35 फीसदी ने नहीं में जवाब दिया जबकि 12 फीसदी ने कहा कि वह इस पर कुछ कह नहीं सकते.
71 फीसदी ने योगी को माना बेहतर
सर्वे में सवाल किया गया है कि लोग कानून-व्यवस्था में किसे बेहतर मुख्यमंत्री मानते हैं. सर्वे में हिस्सा लेने वालों में से 71 फीसदी ने इस मामले में योगी को बेहतर मुख्यमंत्री माना. 17 फीसदी ने मायावती को और सिर्फ 8 फीसदी ने अखिलेश को इस मामले में बेहतर मुख्यमंत्री बताया. 4 फीसदी इन तीनों में से किसी एक पर अपनी राय नहीं दे सके.
अगर आज हुआ चुनाव फिर आएगी BJP सरकार
सर्वे के मुताबिक, अगर अभी विधानसभा चुनाव होते हैं तो बीजेपी को 41 फीसदी, समाजवादी पार्टी को 24 फीसदी और बीएसपी को 21 फीसदी वोट मिल सकते हैं. प्रियंका गांधी की लाख कोशिश के बावजूद कांग्रेस को इस बार भी बड़ा झटका लग सकता है. सर्वे की मानें तो कांग्रेस के खाते में सिर्फ 6 फीसदी वोट शेयर ही जाएगा जबकि अन्य दलों को 8 फीसदी वोट मिल सकते हैं. सीटों की बात करें तो बीजेपी+ को 284-294, समाजवादी पार्टी को 54-64, बीएसपी को 33-43, कांग्रेस को 1-7 और अन्य को 10-16 सीटें मिल सकती हैं। सर्वे में यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर 15,747 लोगों से बात की गई.
