पेरिस में 47 साल के स्कुल टीचर ने संविधानिक और क़ानूनी तरीके से पढाई करवाई तो मुसलमानों ने उसका सर काट दिया, फ़्रांस की सरकार ने घटना को इस्लामी आतंकवाद घोषित कर दिया है और राष्ट्रपति इम्मानुएल मक्रों अब बड़ी कार्यवाही की तैयारी कर रहे है
एक बड़ी स्थानीय मस्जिद को सरकार बंद करने जा रही है इसके साथ साथ 231 मुसलमानों को देश से बाहर करने का निर्णय लिया गया है और इसके लिए जरुरी क़ानूनी कार्यवाही की जा रही है
फ़्रांस की सरकार ने 231 मुसलमानों की पहचान की है जो की पेरिस में टीचर की हत्या से किसी न किसी तरह से जुड़े थे या उसका समर्थन कर रहे थे
इन 231 मुसलमानों में स्थानीय मस्जिद के इमाम और दुसरे मौलाना भी शामिल है, सरकार का कहना है की 180 को गिरफ्तार किया गया है, और 51 और को किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता है
गृह मंत्री गेराल्ड दर्मनिं ने कहा है की उनकी सरकार किसी भी प्रकार के इस्लामी कट्टरपंथ को बर्दास्त नहीं करेगी और जो भी इस्लामी कट्टरपंथ में सम्मिलित पाया गया उसे गिरफ्तार किया जायेगा
A French teacher was BEHEADED on the streets by a terrorist after teaching about free speech.
— Peter Imanuelsen (@PeterSweden7) October 19, 2020
France is now responding by DEPORTING 231 foreigners who are on a government watch list for suspected extremist religious beliefs.
जिस 18 साल के मुस्लमान ने स्कुल टीचर पर हमला किया और बाद में चाक़ू से उनका सर काट दिया वो चेचन्या मूल का था, सरकार घटना में शामिल और लोगो की पहचान कर रही है
