
एक बना बनाया गुंडा और उसका साम्राज्य तबाह हो गया, कदाचित इसी कारण अखिलेश यादव को आज झटका लग गया
दरअसल विकास दुबे सपा-बसपा का ही मिलाजुला प्रोडक्ट था, मायावती मुख्यमंत्री थी, फिर अखिलेश यादव मुख्यमंत्री हुए, इसी 10 साल में विकास दुबे ने अपना काला साम्राज्य बनाया
साल 2015 में विकास दुबे की बीवी ने अखिलेश यादव की पार्टी को 20 हज़ार रुपए दिए और आजीवन सदस्यता ली, समाजवादी पार्टी ने विकास दुबे की बीवी को चुनाव भी लडवाया, इस से पहले विकास दुबे बसपा के नेताओं के साथ भी उठता बैठता रहा
योगी राज में विकास दुबे को पुलिस दबोचने गयी तो कुछ गद्दारों की मुखबिरी के कारण विकास दुबे 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने में कामयाब रहा, फिर भाग गया
योगी राज ने इसके 5 साथियों को अबतक ढेर कर दिया और अब आज विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया, उसे उज्जैन महाकाल के मंदिर ने गिरफ्तार करवाया और पुलिस को बुलाकर पुलिस के हवाले कर दिया, अब इसे यूपी लाया जायेगा
इस बीच अखिलेश यादव को ऐसा झटका लगा की उन्होंने अपना मानसिक संतुलन खो दिया और अब बौखलाकर अखिलेश यादव अनाप-शनाब बोल रहे है
अब तो विकास ख़ुद ही पूछ रहा है... ‘विकास’ को कब गिरफ़्तार करोगे... करोगे भी या नहीं?— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 8, 2020
वैसे उप्र की ‘नाम बदलू’ भाजपा सरकार के पास एक विकल्प और है... किसी और का नाम बदलकर ‘विकास’ रख ले और फिर... बाकी क्या कहना... जनता ख़ुद समझदार है.
ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा विकास दुबे गिरफ्तार हुआ है तो अखिलेश यादव न्याय की बात नहीं कर रहे, ये अभी भी राजनीती खेल रहे है
आप देख सकते है की अखिलेश यादव किस तरह के बयान दे रहे है, इस से पहले ये कानपुर के 8 बलिदानियों का मजाक भी उड़ा रहे थे, देखिये
full-width
आप देख सकते है की अखिलेश यादव किस तरह के बयान दे रहे है, इस से पहले ये कानपुर के 8 बलिदानियों का मजाक भी उड़ा रहे थे, देखिये
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 3, 2020विकास दुबे के साथियों के साथ खुद अखिलेश यादव की फोटो सामने आ चुकी है, वो एक दुर्दांत अपराधी गुड्डन त्रिवेदी के साथ हाथ मिलाते भी देखे गए, उनकी पार्टी ने विकास दुबे की बीवी को आजीवन सदस्यता दी और साथ ही चुनाव भी लडवाया, इन तमाम मुद्दों पर अखलेश यादव मौन है, पर जब विकास दुबे के साथी मारे गए, विकास दुबे गिरफ्तार हो गया तो अखिलेश यादव अनाप-शनाब बोलने लगे
source https://www.dailynv.com/2020/07/blog-post_93.html