आतंकवादी देश पाकिस्तान ने अयोध्या में राम मंदिर को रोकने की मांग की है, बता दें की 11 मई को अयोध्या में भूमि के समतलीकरण का कार्य और 26 मई से मंदिर निर्माण का कार्य आधिकारिक रूप से शुरू हुआ था ।
इस से पहले तमाम सबूतों के आधार पर कई दशकों तक केस चलने के बाद हिन्दू पक्ष ने इस केस को जीता था, राम मंदिर निर्माण से भारत के अन्दर के मजहबी उन्मादी और सेक्युलर तत्व तो बिलबिला ही रहे है, और इनके साथ साथ अब पाकिस्तान भी बिलबिला रहा है ।
इस्लामिक आतंकवादी देश पाकिस्तान की सरकार और प्रधानमंत्री इमरान खान ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है ।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने लिखित में राम मंदिर को रोकने की मांग की है, इसके साथ साथ इमरान खान ने कहा है की - दुनिया देख ले, भारत में हिंदुत्व की सरकार है और वहां मस्जिद की जगह मंदिर बना रहे है, हम इस मंदिर को बिलकुल बर्दास्त नहीं करेंगे और मंदिर को बनाना फ़ौरन बंद करना चाहिए, मंदिर को रोका जाना चाहिए ।
अपनी ही हिन्दू सिख बौद्ध ईसाई इत्यादि धार्मिक अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों को निरन्तर कुचलकर उनकी आबादी को नगण्य करने वाले लोग स्वयं के गिरेवान में झांकने की ज़हमत करने की बजाए अपनी कीचड़ को पड़ौसी पर फैंकने का दुस्साहस कर रहे हैं!!
— विनोद बंसल (@vinod_bansal) May 28, 2020
शर्म कर #NaPakPakistan pic.twitter.com/xNEd0Q2AyI
पाकिस्तान वही देश है जिसने अपने यहाँ अल्पसंख्यको के तमाम धार्मिक स्थल तोड़कर उसपर मस्जिद बना दी, पाकिस्तान में हिन्दुओ के 99% से भी ज्यादा मंदिर तोड़ दिए गए, कई मंदिरों पर मस्जिद बना दी और कई मंदिरों को तो अब शौचालय की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है, ऐसा पाकिस्तान भारत पर टिपण्णी कर रहा है ।
वैसे ये कोई आश्चर्य की बात भी नहीं है, पाकिस्तान से यही उम्मीद थी की वो राम मंदिर का विरोध तो करेगा ही ।
