अक्सर जब कोई एक्सपर्ट कहता था की इस देश का मुसलमान विकास के लिए वोट नहीं देगा, उसे सिर्फ मजहब से मतलब है, न देश के विकास से और न ही देश से, मुसलमान बीजेपी को हराने के लिए वोट देता है, वो वोट उसे देता है जो बीजेपी को रोक सके
जब भी कोई एक्सपर्ट इस तरह की बात करता था तब सेक्युलर तत्व उस एक्सपर्ट को सांप्रदायिक बता देते थे
पास अब बिहार के एक मुसलमान बहुल इलाके में मुसलमान वोटर ने यही बात सबके सामने चिल्लाते हुए और खुलकर बोल दी
बिहार का किशनगंज जो की अब 70% मुसलमान आबादी का मुसलमान बहुल इलाका बन चूका है वहां मुसलमानों को अब बात खुलकर बोलने में कोई परहेज नहीं रहा
इसी इलाके में एक रिपोर्टर पहुंचा जिसने मुसलमान वोटरों से बातचीत की, इस बातचीत के दौरान मुसलमान वोटर ने खुलकर कहा की - "हमे विकास नहीं चाहिए, हम विकास को चाटेंगे क्या, हमे सिर्फ इस्लाम से मतलब है"
खुद सुनिए
"Humare dharm par hamla hua to hum kya Vikas ko chaatenge?"
— The Intrepid (@Theintrepid_) November 1, 2020
"Modi France ka support kyo kiya?"
70% Muxlïms gonna vote for AIMIM
Imagine if they become 50%
We'll not be able to see Hindu Prime minister pic.twitter.com/5nG94aUoum
मुसलमान वोटर ने कहा की - हम उसे वोट देंगे जो बीजेपी को हरा सकता हो, किशनगंज में ओवैसी की पार्टी को अब वोट मिलेगा, यहाँ अब RJD की जरुरत नहीं, और जहाँ पर अभी भी मुसलमान 50% से कम है वहां वो RJD को ही वोट देगा
मुख्य मकसद है बीजेपी को रोकना, विकास से कोई मतलब नहीं, सिर्फ इस्लाम से मतलब है, विकास को चाटेंगे थोड़ी
अभी कई इलाकों में अल्पसंख्यक है तो वहां RJD को वोट देंगे, पर जैसे जैसे अन्य इलाकों में भी किशनगंज की तरह 50% से ज्यादा हो जायेंगे वहां RJD को भी साफ़ कर देंगे और वहां सिर्फ इस्लाम की पार्टी को वोट देंगे, यानि अल्पसंख्यक रहते हुए तो सेकुलरों का साथ देंगे पर जैसे ही बहुसंख्यक हो जायेंगे तो सेकुलरों को भी नहीं छोड़ेंगे और सिर्फ ओवैसी जैसों को ही वोट देंगे
