
लद्दाख के गलवान वैली में भारतीय सेना ने चीनी सेना का जो हाल किया है उसकी उम्मीद चीन को बिलकुल नहीं थी, चीन का तो ये हाल हो गया की वो अपने ही मृतक सैनिको का आंकड़ा तक नहीं दे रहा
और ऐसा इसलिए है क्यूंकि चीनी सेना का भारतीय सेना ने बुरा हाल कर दिया और अगर चीन ने आंकड़े को बताया तो चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के लिए ही मुसीबतें खड़ी हो जाएँगी, ऐसा कोई और नहीं बल्कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के ही एक नेता ने कहा है
बता दें की चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है और इस समय इस पार्टी का मुखिया जिनपिंग ही है, पर पार्टी के अन्दर ही कई खेमे होते है और कम्युनिस्ट पार्टी में भी ऐसे खेमे है जो जिनपिंग को घेरते रहते है
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता यंग जिनली ने एक बड़ा खुलासा किया है और कहा है की - गलवान वैली में मारे गए चीनी सैनिको का आंकड़ा इसलिए नहीं बताया जा रहा क्यूंकि अगर सही आंकड़ा बताया गया तो चीन और कम्युनिस्ट पार्टी में ही जिनपिंग के खिलाफ विद्रोह शुरू हो जायेगा और जिनपिंग के लिए समस्या खड़ी हो जाएगी
यंग जिनली ने कहा की गलवान वैली में चीनी सेना को बहुत नुक्सान हुआ है और मारे गए सैनिको का आंकड़ा 100 से भी ज्यादा का है
"The day Communist govt of China will tell the exact no.of Chinese soldiers killed in the clash with the Indian soldiers in #GalwanValley,The whole country will revolt against Xi Jinping.This number is more than hundred."— News Line IFE 🌈Live📡 (@NewsLineIFE) July 1, 2020
- Yang Jinali
( Communist Party of #China) @drapr007 pic.twitter.com/U5AXDhYTiz
ये भी जानकारी सामने आई है की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार ने मारे गए सैनिको के परिवारों से ये भी कहा की वो अंतिम संस्कार गुपचुप तरीके से करे और अंतिम संस्कार में लोगो को न बुलाये ताकि देश में पैनिक न फैले
गलवान वैली में भारतीय सेना ने 100 से ज्यादा चीनी सैनिको को ढेर किया है, पूरा चीन आंकड़े को दबा रहा है पर सच इतना ताकतवर होता है की उसे कोई दबा ही नहीं सकता और अब कम्युनिस्ट पार्टी के नेता ही आवाज उठाने लगे हैfull-width
गलवान वैली में भारतीय सेना ने 100 से ज्यादा चीनी सैनिको को ढेर किया है, पूरा चीन आंकड़े को दबा रहा है पर सच इतना ताकतवर होता है की उसे कोई दबा ही नहीं सकता और अब कम्युनिस्ट पार्टी के नेता ही आवाज उठाने लगे है
source https://www.dailynv.com/2020/07/100.html