एक सेक्युलर युवती का बेहद बुरा हाल हुआ, वो साकिब के प्यार में पिछली ईद पर अपने घर वालो को धोखा देकर, 25 लाख रुपए के गहने लेकर भागी थी, साकिब में उस सेक्युलर युवती को जिंदगी नजर आ रही थी, और साकिब के कहने पर अपने घर वालो को धोखा देकर अपने घर से 25 लाख के गहने लेकर भाग गयी ।
अब उसी लड़की की लाश उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के एक खेत में मिली है, लाश कई टुकड़ो में है, लड़की को बुरी तरह काट दिया गया और काटकर फेंक दिया गया ।
युवती का शव लोइया गांव में मिला था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की, जांच में पुलिस ने युवती की पहचान लुधियाना की एक युवती के तौर पर की जो अपने घर से 25 लाख के गहने लेकर भागी थी ।
साकिब के पास युवती पहुंची तो साकिब ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसका जमकर शोषण किया और फिर काटकर फेंक दिया, सारे गहने भी लूट लिए गए ।
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सहानी के अनुसार, 13 जून 2019 को लोइया गांव में रहने वाले ईश्वर पंडित नामक शख्स ने एक कुत्ते को एक इंसानी हाथ मुंह में दबाकर भागते हुए देखा. ईश्वर पंडित ने इस कुत्ते को सबी अहमद नामक शख्स के खेत से आते हुए देखा था।
मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गन्ने के खेत की खुदाई करवाई. खुदाई के दौरान, खेत से बिना सिर और हाथ वाला युवती का शव बरामद किया. मेरठ पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद शव की शिनाख्त नहीं हो सकी।
जिसके बाद, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए मेरठ एसएसपी अजय कुमार सहानी ने स्पेशल टीम का गठन कर दिया. यह टीम पिछले एक साल से लगातार इस मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई थी।
शव की शिनाख्त पूरी करने के लिए पुलिस ने डिस्ट्रिक क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में दर्ज लापता युवतियों के बारे में सूचना एकत्र करना शुरू किया. लेकिन, ब्यूरो से मिला भी तथ्य शव से मेल नहीं खाता था. इसके बाद, पुलिस ने यह पता लगाना शुरू किया कि इस गांव के कौन-कौन से लोग दूसरे राज्यों में काम करते हैं।
पुलिस की पड़ताल में जिन-जिन शहरों के नाम आए, उन-उन शहरों की पुलिस से संपर्क कर मिसिंग रिपोर्ट खंगाली गई. आखिरकार, लुधियाना पहुंची मेरठ पुलिस टीम के हाथ सफलता लग गई. पुलिस को पता चला कि लुधियाना के मोतीनगर इलाके में रहने वाली 23 वर्षीय युवती बीते साल लापता हुई थी. जांच के दौरान, युवती की फोटो और मेरठ से मिले शव का काफी हद तक मिलान कर लिया गया।
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सहानी ने बताया कि मेरठ के लोइया गांव का रहने वाला शाकिब लुधियाना शहर में काम करता था. वहां उसने खुद को हिंदू और अपना नाम अमन बता रखा था. जांच में पता चला कि उसने बी.कॉम की पढ़ाई कर रही 23 वर्षीय युवती को अपने प्यार के जाल में फंसाया और उसे घर से भागने के लिए राजी कर लिया।
शाकिब की साजिश में फंस चुकी युवती घर से करीब 25 लाख रुपए की ज्वैलरी लेकर शाकिब के पास आ गई. जिसके बाद, दोनों करीब एक महीने तक दरौलगा में किराए के मकान में रहे. पिछले साल ईद पर शाकिब युवती को लेकर अपने गांव लोइया पहुंचा. लोइया पहुंचने के बाद युवती को पता चला कि जिसे वह अमन समझती थी, वह असल में शाकिब है. जिसके बाद, दोनों के बीच झगड़ा हो गया।
पूछताछ के दौरान, शाकिब ने पुलिस को बताया कि झगड़े के बाद उसने युवती को किसी तरह मनाया और घुमाने के बहाने उसे घर से बाहर ले आया. जिसके बाद, उसने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर युवती को पिला दिया. युवती के बेहोश होते ही, वह उसे खेत में लेकर गया और वहां उसने युवती की गर्दन काट कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद, शव के टुकड़े-टुकड़े कर खेत में दफना दिया।
